कलीग्स के साथ बेहतर रिश्ते कैसे बनाएं?

colleague handshaking

कमरतोड़ महंगाई के इस युग में पैसा ही प्रमुख हो गया है। नौकरी स्टेटस सिंबल बनती जा रही है। आज के इस युग में जितना भी कमाया जाए कम ही लगता है। ऑफिस में नौकरी पा जाना ही सब कुछ नहीं होता। ऑफिस में कई तरह के लोगों के साथ काम भी करना पड़ता है। कुछ लोगों का बिहेवियर ऐसा होता है कि उनके साथ उठना-बैठना हर किसी को पसंद आता है। वहीँ ऑफिस में कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें देखते ही हर कोई बचना चाहता है। लड़कियों को तो अक्सर ऑफिस में बॉस के गलत व्यवहार का सामना करना पड़ता है। यह ठीक है कि ऑफिस में काम करना  जरूरी है पर और भी बातें ऐसी हैं जो आपकी कार्यक्षमता और विकास को प्रभावित करती हैं।आईये जानते है की आपको किन बातों क्या ध्यान रखना चाहिए:

  • अच्छी नौकरी तो मिल गई पर माहौल ऐसा है, जहां सिर्फ तनाव ही तनाव है, बात-बात पर बेवजह बॉस की झुंझलाहट आपको झेलनी पड़ती है, सहकर्मी आपसे अच्छा व्यवहार नहीं करते। आपको बहुत गुंस्सा आता है, ऐसे में आप अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें और गुस्से में गलत जवाब ना दें। यदि आपने गुस्से में कुछ भी बोल दिया है तो समस्या बढ़ सकती है।
  • कभी-कभी भावनात्मक स्तर पर भी आप आहत होते हैं। अक्सर वर्कप्लेस पर ऐसा होता है कि काम कोई और करता है और उसका सारा क्रेडिट कोई और ले जाता है। ऐसे में बेहतर यही होता है कि संतुलन ना बिगड़े, साहस से काम लें और हमेशा पॉजिटिव साइड की ओर देखें। कई बार बॉस के बिगड़ने पर भी नियंत्रण रखें और ऐसा नहीं सोचे कि आपका को-वर्कर जानबूझकर आप पर रौब झाड़ रहा है। आप जहाँ तक हो सके उसके व्यवहार को अनदेखा करने की कोशिश करें।
  • यदि आपका सहकर्मी आपको लोगों के सामने उल्टा सीधा कह रहा है, जो आपको पसंद नहीं है, तो उसका उत्तर उसी समय दे दें ताकि आपके भीतर का क्रोध शांत हो सके। जब आपसे कोई लगातार गलत बिहेवियर करे तो झगड़े पर ना उतरें। फैक्ट्स के साथ जुड़े रहें। अपने को-वर्कर से फीडबैक जरूर लें।
  • आमतौर पर  सुबह उठते ही ऑफिस जाने की भागदौड़ शुरु हो जाती है और शाम को फिर से ट्रैफिक में फसना पड़ता है। सुबह बॉस की डांट शाम को घर में चिक चिक। ऐसे में विनम्रता पूर्वक व्यवहार रखें घर और ऑफिस के बीच तालमेल बिठाने की कोशिश करें।
  • अपने सीनियर्स और क्लगीस की इज्जत करें। आपका व्यवहार आपको आगे बढ़ने में मदद करेगा। तेज बोलने से और बहुत ज्यादा बोलने से बचे हैं। कम से कम शब्दों में अपनी बात समझाने की कोशिश करें। यदाकदा तनाव को कम करने के लिए ऑफिस में हल्का संगीत एक कामयाब तरीका है। बॉस या सहकर्मियों के जन्मदिन, मैरिज एनिवर्सरी आदि मनाने से भी आप की आपसी कड़वाहट कम होती है।
  • बात करते समय यह जरूरी है कि आप बेसिक मुद्दों पर डिस्कशन करें। ऐसा नहीं होना चाहिए कि एक आदमी बोले और दूसरा सुने। यदि इस बातचीत का कोई हल ना निकले तो तीसरा व्यक्ति बोले। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके वर्कप्लेस से ज्यादा लोग बीच में ना आए नहीं तो समस्या बढ़ सकती है और हो सके तो बात को भूल भी जाएं। इस से थोड़े से समय में स्थिति बदल जाएगी और आपका बॉस फिर से आपको पसंद करने लगेगा। यदि फिर भी झगड़े का निपटारा नहीं हो रहा है तो प्रॉब्लमस के बारे में लॉजिकल स्टडी करें। यदि आपकी गलती है, तो माफी मांगने में कोई हर्ज नहीं है और यदि गलती नहीं है तो एक स्टैंड लें और अपने सीनियर्स को इसके बारे में बताएं अपनी बात अपने सहयोगी के सामने भी रखें। इसके बाद भी मामला नहीं सुलझे तो उसे वहीं छोड़ देना बेहतर होगा।
  • सिर्फ नौकरी पा लेना ही काफी नहीं है। विकास का अवसर भी होना चाहिए। यदि आप बेहतर परफोर्मेंस देते हैं तो सैलरी के साथ-साथ पदोन्नति के मौके भी मिलने ही चाहिए। समान वेतन पर लंबे समय तक काम करना कैरियर में बाधक है। अतः आपको ऐसा वर्कप्लेस चुनना चाहिए जहाँ समय-समय पर पदोन्नति के अवसर प्राप्त होते हैं।

तो इन सब बातों का ध्यान रखिए और अपने कलीग्स के साथ अपने रिश्ते बेहतर बनाए।

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